सीलिंग के विरोध में आम आदमी पार्टी का सड़क से संसद तक प्रदर्सन

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श्री संजय सिंह (राजयसभा सांसद ) और aap कार्यकर्ता 
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद, विधायक और कार्यकर्ताओ ने दिल्ली में चल रही सीलिंग के खिलाफ सड़क से लेकर संसद तक आंदोलन शुरू कर दिया है। राज्य सभा में AAP के नवनिर्वाचित सांसदों ने सीलिंग के मुद्दे पर ज़ोरदार ढंग से अपनी आवाज़ उठाई, और कहा कि क्या BJP सांसद दिल्ली के 7 लाख व्यापारियों के हित में अपना मुँह खोलेंगे या ख़ामोश रहेंगे। भाजपा शासित MCD की सीलिंग केंद्र सरकार की एक तुगलकी कार्यवाही है। हम सब दिल्ली में रहते हैं, दिल्ली के व्यापारियों का नमक खाते हैं, केंद्र सरकार के द्वारा व्यापारियों के साथ ऐसा बर्ताव शर्मनाक है। 


दिल्ली में हो रहे सीलिंग पर आम आदमी पार्टी के राजयसभा सांसदों द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि ऐसे व्यापारी जिन्होंने  डेढ़-डेढ़ करोड़ रुपए कन्वर्जन चार्ज जमा किया है और सारे नियमों का पालन किया है इसके बावजूद उनकी दुकानें सील कर दी गई है। ऐसी दुकानें जो 30-50 सालों से चल रही हैं उनकी कई पीढ़ियां व्यापार कर रही हैं उनकी दुकानें भी सील कर दी गयी। जो व्यापारी पहले से ही नोटबंदी, जीएसटी, एफडीआई की मार झेल रहा है अब उन पर सीलिंग का तुगलकी फरमान लाकर व्यापारियों को बर्बाद करने की कार्यवाही भाजपा ने शुरू कर दी है

सांसदों ने कहा सीलिंग को लेकर भाजपा ड्रामा क्यों कर रही है। मकड़, DDA, LG साहब, केंद्र में सरकार सब कुछ BJP के ही तो हैं, वो चाहे तो तुरंत सीलिंग पर रोक लगा सकती है फिर भी वह प्रदर्शन कर रही है। सदन के समक्ष संसदीय कार्य मंत्री विजय गोयल ने झूठ बोला की हमने सीलिंग पर चर्चा करने के लिए कोई नोटिस नहीं दिया गया, अब हमें बताया गया है कि अब सोमवार पर इस पर चर्चा होगी। व्यापारियों को लेकर BJP का दोहरा चेहरा आज संसद में बेनकाब हुआ, यह सिर्फ व्यापारियों का ही नहीं उनसे जुड़े अनगिनत परिवारों से जुड़ा मामला है। 


दिल्ली में जो MCD की सीलिंग चल रही है इसमें BJP का सीधा हाँथ है :aap 

आप के विधायक सोमनाथ भारती ने कहाँ कि आज यह बात जगजाहिर हो गई कि भाजपा जो कि केंद्र में, एमसीडी में, DDA में भी है और जिसके पास मास्टर प्लान को अमेंड करने का अधिकार है, उसने अपना काम नहीं किया है। दिल्ली के व्यापारियों पर सीलिंग का जो कहर ढाया जा रहा है इसका सिर्फ और सिर्फ भाजपा ही कारण है। 

श्री सोमनाथ भारती ने कहा कि डीडीए की बैठक के दौरान सीएम केजरीवाल की मांगे मान लिया गया। मुख्यमंत्री श्री अरविन्द केजरीवाल  ने पत्र के माध्यम से 25 जनवरी को ही LG साहब को चिट्ठी लिखी थी जिसमें 4 मांगे थी, उस चिट्ठी के कारण और AAP के जबरदस्त विरोध के कारण ही इतना दबाव पड़ा कि उन्हें हमारी मांगे माननी पड़ी। 

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