दिल्ली में चारो तरफ पानी ही पानी, 46 साल की रिकॉर्ड बारिश

दिल्ली में चारो तरफ पानी ही पानी,  46 साल की रिकॉर्ड बारिश


नई दिल्ली : शुक्रवार देर रात बारिश शुरू हुई और शनिवार सुबह भी जारी रही. दिल्ली में इस साल मानसून की बारिश ने 46 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. 2010 के बाद यह पहली बार है, जब राष्ट्रीय राजधानी में बारिश का स्तर 1000 मिलीमीटर को पार कर गया है. 


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राजधानी में भारी बारिश का आलम यह रहा कि इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर भी कई फीट तक पानी भर गया. एएनआई के ट्वीट में रनवे पर कई फीट पानी के बीच खड़े विमानों को की तस्वीरें साफ देखी जा सकती हैं. मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में भारी से बेहद भारी बारिश का अलर्ट दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र के लिए जारी किया है. 



बिजली की तेज गड़गड़ाहट औऱ तेज हवाओं के बीच पारा भी 3 से 4 डिग्री तक लुढ़क गया है. हालांकि दिल्ली के कई इलाकों में जलभराव से लोगों को मुश्किलें हुईं. 



मौसम विभाग ने दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा समेत एनसीआर के ज्यादातर इलाकों में बरसात कई घंटों तक जारी रहने का अनुमान लगाया है. दिल्ली और एनसीआर में तापमान में तेज गिरावट से लोगों ने राहत महसूस की है.



मौसम विभाग ने पहले ही अनुमान लगाया था कि सितंबर (September 2021 Rain) में इस बार 10 फीसदी ज्यादा बारिश देखने को मिल सकती है. जबकि अगस्त में 24 फीसदी तक कम बारिश रिकॉर्ड की गई है. 


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मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि दिल्ली के अलावा यूपी में नोएडा, ग्रेटर, गाजियाबाद, हिंडन एयरबेस, लोनी, दादरी में भी कई घंटों तक तेज बरसात हुई. हरियाणा में भी पानीपत, सोनीपत, झज्जर समेत ज्यादातर जिलों में सुबह के वक्त बारिश का तेज दौर देखने को मिला. राजस्थान के भी कई इलाकों में भी यही नजारा रहा. वेस्ट यूपी में मुजफ्फरनगर, डिबाई, अलीगढ़, बड़ौत, बागपत जैसे तमाम क्षेत्रों में भारी बारिश हुई है. इससे पारा तेजी से नीचे लुढ़का है.


भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, 12 वर्ष में सबसे कम बारिश अगस्त में हुई है. अगस्त में इस साल 24 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड हुई है. विभाग का कहना है कि देश में कमजोर मानसून के दो दौर देशभर में 9 से 16 अगस्त और 23 से 27 अगस्त के बीच देखने को मिला. 



लेकिन अगस्त 2021 में औसतन बारिश में कमी देखने को मिली, जो 2009 से यानी पिछले 12 साल में सबसे कम दर्ज की गई है.  वर्ष 2002 के बाद से पिछले 19 सालों में इस साल अगस्त माह में सबसे कम बारिश दर्ज की गई है.



दरअसल, मॉनसून सामान्यता देश में 1 जून को आता है और 30 सितंबर तक सक्रिय रहता है. जून में 10 प्रतिशत अधिक बारिश हुई थी. जुलाई और अगस्त में बारिश में क्रमशः 7 और 24  फीसदी कम रही. देश में चार मौसम विभाग के डिवीजनों में से मध्य भारत में 39 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई. 


महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा का एक बड़ा इलाका शामिल है. जबकि उत्तर-पश्चिम भारत, जिसमें उत्तर भारत में 30 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई. 

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